प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan Yojana) भारत सरकार द्वारा किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू की गई एक ऐतिहासिक योजना है। इस योजना के तहत सरकार पात्र किसानों को हर वर्ष ₹6,000 की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खाते में भेजती है। यह राशि तीन समान किस्तों में दी जाती है — यानी हर चार महीने में ₹2,000 की किस्त।
वर्ष 2025 में 20वीं किस्त का इंतजार लाखों किसानों को है। इस लेख में हम जानेंगे कि 20वीं किस्त कब आएगी, कौन पात्र है, कैसे स्टेटस चेक करें, और किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। साथ ही, हम आपको बताएंगे कि अगर किस्त नहीं आई तो क्या करें।
पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त 2025 में कब आएगी?
पिछले वर्षों के रुझानों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त अगस्त 2025 के पहले या दूसरे सप्ताह में जारी कर दी जाएगी। हालांकि, सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की गई है, लेकिन सामान्यतः अप्रैल, अगस्त और दिसंबर में किस्तें जारी की जाती हैं।
संभावित तिथि:
1 अगस्त 2025 से 10 अगस्त 2025 के बीच
सरकार द्वारा किस्त जारी होते ही लाभार्थी किसानों के बैंक खाते में ₹2,000 की राशि स्वतः ट्रांसफर कर दी जाएगी।
पीएम किसान योजना की पात्रता क्या है?
20वीं किस्त प्राप्त करने के लिए किसान को कुछ विशेष मानदंडों पर खरा उतरना जरूरी है। निम्नलिखित लोग इस योजना के लिए पात्र माने जाते हैं:
- आवेदक भारत का नागरिक हो।
- उसके पास कृषि योग्य भूमि हो।
- भूमि का रिकॉर्ड उसके नाम पर हो।
- किसान आयकर दाता न हो।
- किसान सरकारी सेवा में न हो (कुछ अपवाद छोड़कर)।
- e-KYC पूरी तरह से अपडेट हो।
महत्वपूर्ण: जिन किसानों ने अब तक e-KYC नहीं करवाई है, वे किस्त से वंचित हो सकते हैं।
पीएम किसान e-KYC कैसे करें?
e-KYC करना अब योजना के तहत अनिवार्य कर दिया गया है। बिना e-KYC के किसान को अगली किस्त नहीं मिलेगी।
ऑनलाइन e-KYC के स्टेप्स:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://pmkisan.gov.in
- “Farmer Corner” सेक्शन में जाएं।
- “e-KYC” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर दर्ज करें।
- OTP के माध्यम से सत्यापन करें।
- सफलतापूर्वक e-KYC पूरा करें।
यदि OTP नहीं आता या कोई तकनीकी समस्या आती है, तो नजदीकी CSC केंद्र पर जाकर बायोमेट्रिक तरीके से e-KYC करवाई जा सकती है।
पीएम किसान 20वीं किस्त का स्टेटस कैसे चेक करें?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी अगली किस्त कब आएगी या पहले की किस्तें मिली हैं या नहीं, तो आप स्टेटस इस प्रकार से चेक कर सकते हैं:
स्टेटस चेक करने के लिए स्टेप्स:
- वेबसाइट पर जाएं: https://pmkisan.gov.in
- “Farmer Corner” में जाएं।
- “Beneficiary Status” पर क्लिक करें।
- अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- कैप्चा कोड डालें और “Get Data” पर क्लिक करें।
- आपकी सारी किस्तों की जानकारी स्क्रीन पर दिखेगी।
किन कारणों से किस्त अटक सकती है?
अगर आपको पिछली या आगामी किस्त नहीं मिली है, तो इसके पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
- आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक नहीं है।
- भूमि रिकॉर्ड में गड़बड़ी।
- बैंक विवरण गलत है।
- e-KYC नहीं हुआ है।
- लाभार्थी योजना के योग्य नहीं पाया गया है।
पीएम किसान योजना के अंतर्गत दस्तावेज़
अगर आप योजना में नए हैं या किसी त्रुटि को सुधारना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की कॉपी
- भूमि दस्तावेज़ (खतौनी या जमीन का रजिस्ट्रेशन)
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
पीएम किसान योजना का लाभ कैसे लें?
यदि आप पात्र किसान हैं और अब तक योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं, तो आप निम्नलिखित प्रक्रिया द्वारा योजना में आवेदन कर सकते हैं:
- pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- “New Farmer Registration” विकल्प पर क्लिक करें।
- मांगी गई जानकारी और दस्तावेज़ अपलोड करें।
- आवेदन पूरा करने के बाद e-KYC जरूर करवाएं।
पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर
अगर आप किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना कर रहे हैं जैसे कि किस्त नहीं आना, रजिस्ट्रेशन से जुड़ी समस्या, या कोई तकनीकी त्रुटि — तो आप निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं:
- PM-KISAN Toll-Free Number: 1800-115-526
- PM-KISAN Helpline Number: 155261 / 011-24300606
- Email ID: pmkisan-ict@gov.in
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। इससे उन्हें खेती से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने में सहायता मिलती है। जो किसान पहले से योजना से जुड़े हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि अपनी e-KYC प्रक्रिया को पूरा करें और समय-समय पर वेबसाइट पर जाकर अपना स्टेटस चेक करते रहें।
संभावना है कि 20वीं किस्त अगस्त 2025 के पहले सप्ताह में आ जाएगी, इसलिए अपना डाटा अपडेट रखें और किसी भी समस्या के लिए हेल्पलाइन में संपर्क करें।