मंईयां सम्मान योजना: झारखंड की महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद

17 June,25
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प्रस्तावना

झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना (Maiya Samman Yojana) राज्य की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवार की आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।

योजना का आरंभ और उद्देश्य

मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत अगस्त 2024 में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की थी। इस योजना के तहत राज्य की 18 से 50 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं को प्रतिमाह ₹1000 की राशि प्रदान की जाती थी। बाद में, इस राशि को बढ़ाकर ₹2500 कर दिया गया, जिससे लगभग 50 लाख महिलाओं को लाभ हुआ।

योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे अपने परिवार की आवश्यकताओं को पूरा कर सकें और समाज में समानता की ओर कदम बढ़ा सकें।

योजना की प्रक्रिया और लाभार्थी चयन

योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए महिलाओं को अपने आवेदन प्रज्ञा केंद्र या ऑनलाइन सेंटर के माध्यम से जमा करना होता है। इसके बाद, आवेदन का सत्यापन पंचायत सेवक, बीडीओ और सीओ द्वारा किया जाता है। सत्यापन के बाद, योग्य लाभार्थियों को योजना का लाभ प्रदान किया जाता है।

हालांकि, आवेदन प्रक्रिया में कुछ खामियों के कारण कई महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाया। उदाहरण के लिए, गढ़वा जिले में पोर्टल की खामियों के कारण दो लाख 38 हजार 950 महिलाओं को लाभ मिल रहा है, लेकिन कई महिलाएं वंचित रह गई हैं। आवेदन प्रक्रिया में त्रुटियों के कारण 53 आवेदन रिजेक्ट हुए हैं ।

राशि का वितरण और भुगतान प्रक्रिया

मंईयां सम्मान योजना के तहत राशि का वितरण सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में किया जाता है। पहले यह राशि ₹1000 प्रति माह थी, जिसे बाद में बढ़ाकर ₹2500 कर दिया गया। इस राशि का वितरण हर महीने 28 तारीख को किया जाता है। हालांकि, कुछ तकनीकी कारणों से राशि का ट्रांसफर 27 तारीख से ही शुरू हो गया ।

हाल ही में, 8 मार्च 2025 को तीन माह (जनवरी, फरवरी, मार्च) की राशि यानी कुल ₹7500 की किस्त जारी की गई। इस बार करीब 38 लाख महिलाओं के बैंक खाते में यह राशि भेजी गई है, जबकि पिछली बार 57 लाख महिलाओं को लाभ मिला था ।

योजना में सुधार और निगरानी

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सरकार ने कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। हाल ही में, सरकार ने एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत जिन महिलाओं के पति सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त संस्थानों में काम कर रहे हैं, उन्हें योजना से बाहर किया जाएगा। इसके अलावा, जिन महिलाओं के परिवार में कोई सदस्य सांसद या विधायक है, उन्हें भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा ।

इसके अतिरिक्त, अयोग्य लाभार्थियों से राशि वसूली की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। पलामू जिले में 584 लाभार्थियों को अयोग्य मानकर वसूली की प्रक्रिया शुरू की गई है ।

योजना के प्रभाव और चुनौतियाँ

मंईयां सम्मान योजना ने राज्य की महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता मिल रही है, जिससे वे अपने परिवार की आवश्यकताओं को पूरा कर पा रही हैं।

हालांकि, योजना के क्रियान्वयन में कुछ चुनौतियाँ भी सामने आई हैं। आवेदन प्रक्रिया में खामियों के कारण कई महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाया। इसके अलावा, राशि वितरण में देरी और तकनीकी समस्याएँ भी एक बड़ी चुनौती रही हैं।

निष्कर्ष

मंईयां सम्मान योजना झारखंड की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है। हालांकि, योजना के क्रियान्वयन में कुछ चुनौतियाँ हैं, लेकिन सरकार द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों से इन समस्याओं का समाधान संभव है। यदि इन चुनौतियों पर प्रभावी ढंग से काम किया जाए, तो यह योजना राज्य की महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।


यदि आप मंईयां सम्मान योजना के तहत अपने लाभ की स्थिति जानना चाहती हैं, तो आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना विवरण चेक कर सकती हैं।

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